नासा (NASA) की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स(Sunita Williams) पिछले एक महीने से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंसी हुई हैं। भारतीय मूल की यह बहादुर अंतरिक्ष यात्री 5 जून को बोइंग स्टारलाइनर (Boeing Starliner) अंतरिक्ष यान के जरिए आईएसएस पहुंची थीं। उनका मिशन केवल 10 दिनों का था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण वह अब तक वापसी नहीं कर पाई हैं।

अंतरिक्ष में फंसी Sunita Williams
Sunita Williams और उनके साथी बुच विल्मोर ने ISS पर पहुंचने के बाद से कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। हालांकि, हीलियम लीक और थ्रस्टर में खराबी के कारण उनकी वापसी टल गई है। नासा (NASA) ने पुष्टि की है कि वे सुरक्षित हैं और जल्द ही लौटने की योजना बनाई जा रही है।
आईएसएस(ISS) पर काम और दिनचर्या
आईएसएस (ISS) पर रहते हुए, सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) ने भविष्य के मिशनों के लिए रैक को अलग करने और खाली करने में मदद की है। उन्होंने वायु प्रवाह के आकलन और अनुसंधान कार्यों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके साथी बुच विल्मोर ने भी नासा के अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ मिलकर सिग्नस अंतरिक्ष यान में कचरा और उपकरण लोड करने का कार्य किया।
बोइंग स्टारलाइनर (Boeing Starline) की जांच और वापसी की योजना
बोइंग स्टारलाइनर (Boeing Starliner) की तकनीकी समस्याओं के कारण Sunita Williams और उनके साथी अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं। NASA ने बताया है कि इस महीने के अंत में बोइंग स्टारलाइनर की जांच की जाएगी और जल्द ही इसे वापस लाने की योजना बनाई जा रही है।
आईएसएस (ISS) का महत्व
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन एक महत्वपूर्ण अनुसंधान केंद्र है। इसका वजन 419 टन है और यह 150 बिलियन डॉलर से अधिक की लागत से निर्मित है। यहां पर अंतरिक्ष यात्री विभिन्न वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान कार्य करते हैं, जो पृथ्वी के लिए महत्वपूर्ण हैं।
अंतरिक्ष में जीवन के प्रभाव
अंतरिक्ष में रहने का प्रभाव अंतरिक्ष यात्रियों के स्वास्थ्य पर होता है। माइक्रोग्रैविटी के कारण शारीरिक तरल पदार्थ ऊपर की ओर बढ़ते हैं, जिससे चेहरे पर सूजन और पैरों में तरल पदार्थ की कमी हो जाती है। इसके अलावा, अंतरिक्ष यात्रियों की मांसपेशियों और हड्डियों पर भी प्रभाव पड़ता है, जिससे उनकी हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है।
सुनीता विलियम्स(Sunita Williams) और उनके साथी बुच विल्मोर के अंतरिक्ष में फंसे होने के बावजूद, वे सुरक्षित हैं और नासा (NASA) उनकी वापसी की योजना बना रहा है। उनके द्वारा किए गए अनुसंधान और कार्य भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे। हम आशा करते हैं कि वे जल्द ही सुरक्षित पृथ्वी पर लौटेंगे।