हाल ही में PM Modi के एक बयान के बाद भारतीय शेयर बाजार ने नया इतिहास रच दिया है। भारत का शेयर बाजार अब दुनिया का पाँचवा सबसे बड़ा बाजार बन गया है। पहली बार, भारतीय शेयर बाजार ने 5 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप को पार किया है। यह कारनामा मात्र 5 महीने के अंदर हुआ है क्योंकि दिसंबर 2023 में 4 ट्रिलियन का आंकड़ा छुआ था। यह उपलब्धि न केवल अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाती है बल्कि निवेशकों के विश्वास को भी बढ़ाती है।

रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा भारत का शेयर बाजार: PM मोदी के बयान का असर
भारतीय शेयर बाजार ने हाल ही में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर पार किया है, जो निश्चित रूप से सभी भारतीयों के लिए गर्व का विषय है। PM Narendra Modi के बयान के बाद, भारतीय शेयर बाजार ने 5 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर लिया है, जिससे यह दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा बाजार बन गया है।
प्रमुख बयानों का प्रभाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बयानों ने भी बाजार पर गहरा प्रभाव डाला। इसी बीच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी एक एनडीटीवी को दिया गया इंटरव्यू सामने आ गया प्रधानमंत्री ने एनडीटीवी को इलेक्शन से लेकर पना एक बयान दिया और उस बयान में उन्होंने अपनी तरफ से पहले ही कहा कि जो लोग भी इलेक्शन के अंदर अगर स्टॉक के अंदर टेंशन में है तो 4 जून को भारत को चुनाव के परिणाम आएंगे उस दिन प्रोग्रामिंग के सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा कि 4 जून से पहले शेयर खरीद लें, क्योंकि इसके बाद बाजार में तेजी आने वाली है। इस बयान के बाद निवेशकों ने बाजार में भारी निवेश करना शुरू कर दिया, जिससे बाजार में उछाल देखा गया।
निवेशकों का व्यवहार
चुनावों और राजनीतिक बयानों के दौरान निवेशकों ने अपने निवेश को लेकर सतर्कता बरती। विदेशी निवेशकों ने भी अपनी रणनीतियों में बदलाव किया और बाजार की दिशा को प्रभावित किया।
$5 ट्रिलियन का सफर
दिसंबर 2023 में भारतीय शेयर बाजार ने 4 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा छुआ था। इसके बाद मात्र 5 महीने के भीतर यह बाजार 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया। यह तेजी न केवल निवेशकों के लिए बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी एक बड़ा सकारात्मक संकेत है।
Share Market का विकास
पिछले दस सालों में भारतीय शेयर बाजार ने असाधारण वृद्धि दर्ज की है। 25,000 के स्तर से शुरू होकर सेंसेक्स ने 75,000 का आंकड़ा पार किया है। यह वृद्धि न केवल निवेशकों की हिस्सेदारी को दर्शाती है बल्कि बाजार की स्थिरता और विकासशीलता को भी साबित करती है। 2023 के अंत में शेयर बाजार ने 4 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार किया था और अब मात्र पाँच महीनों में यह 5 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े पर पहुँच गया है।
चुनावों का प्रभाव
2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर शेयर बाजार में बहुत सारी गतिविधियाँ देखी गई हैं। सात चरणों में होने वाले चुनावों के बीच, पाँचवे चरण के मतदान के तुरंत बाद शेयर बाजार ने 5 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप पार किया। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बयानों ने बाजार को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया। अमित शाह ने 4 जून से पहले शेयर खरीदने की सलाह दी थी, जिसके बाद बाजार में निवेशकों ने तेजी से खरीदारी की।
विदेशी निवेशकों की प्रतिक्रिया
विदेशी निवेशक हमेशा से भारतीय बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। चुनावों के दौरान, विदेशी निवेशकों ने अपने निवेश को निकालना शुरू किया, जिससे बाजार में थोड़ी गिरावट देखी गई। लेकिन पीएम मोदी और अमित शाह के सकारात्मक बयानों के बाद, बाजार में फिर से स्थिरता आई और निवेशकों का विश्वास बढ़ा।
भविष्य की संभावनाएं
Election Result के बाद भारतीय शेयर बाजार की संभावनाएं और भी मजबूत दिख रही हैं। पीएम मोदी के अनुसार, अगर उनकी सरकार पुनः सत्ता में आती है, तो बाजार में और भी तेजी देखने को मिलेगी। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार के वर्तमान परिदृश्य का ध्यान रखते हुए अपने निवेश निर्णय लें।
भारतीय Share Market की यह तेजी और $5 ट्रिलियन का आंकड़ा पार करना न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है बल्कि निवेशकों के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। यह उपलब्धि बताती है कि सही रणनीतियों और स्थिर राजनीतिक माहौल के चलते भारतीय शेयर बाजार में और भी वृद्धि की संभावनाएं हैं।