
India और Kanada के बीच में निज्जर के चलते काफी दिनों से सुर्खियों में चल रही है आप सभी को यह याद होगा कि भारत और कनाडा के बीच में असली संबंध तब बिगड़े जब Nijjar नामक एक खालिस्तानी जो खालिस्तानी प्रोपेगेंडा चलाने वाला आतंकी था भारत का मोस्ट वांटेड था उसकी कनाडा के सरेआम गुरुद्वारे के बाहर हत्या कर दी गई थी उसकी हत्या के बाद भारत और कनाडा के संबंध तो बिगड़े ही और अमेरिका ने भी कनाडा के समर्थन में आते हुए भारत से कई बार सवाल किए
10 महीने से कनाडा एजेंसी यही आरोप लगा रही है कि निज्जर को इंडिया ने ही मरवाया है।इसी बीच में खबर निकल कर आती है कि कनाडा पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ लिया है जिन्होंने निज्जर को मारा था अब यह जो तीन लोग पकड़े गए हैं इनका लॉरेंस विश्नोई गैंग से संबंध बताया गया है , लॉरेंस विश्नोई इंडिया के अंदर पहले से जेल में बंद एक अपराधी है उस पर कनाडाई एजेंसी आरोप लगा है कि वह कनाडा में रहकर निज्जर को मरवाया था यानी कि निज्जर की हत्या में लॉरेंस का हाथ इंटरनेशनल क्राइम में लॉरेंस की एंट्री हो गई है। कनाडा का कहना है कि लॉरेंस विश्नोई गैंग के माध्यम से ही कनाडा के अंदर आए दिन खालिस्तानिज की हत्या हो रही है भारत सरकार की तरफ से कह कर यह काम करवाए जा रहे हैं। कनाडा के अंदर एडमिंटन नामक शहर से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और ये तीन आरोपी गिरफ्तार हुए हैं इनका नाम है करण बरार ,करण प्रीत सिंह और कमलप्रीत सिंह तीनों की उम्र 20 से 30 साल के बीच में बताई गई है ,पुलिस इन पर कई महीने से नजर रखी हुई थी और इन्हीं को भारत ने निज्जर को मारने का काम सौंपा था
भारतीय विदेश मंत्री का जबाब
इस पर इंडियन इंडियन विदेश मंत्री का जो जवाब है वो भी जानने योग्य है जिसमें उन्होंने यह कहा है कि हमें समझ में आता है कि वहां की वर्तमान सरकार इस समय इलेक्शन में जाने वाली है उसे वोट चाहिए वोट के लिए वोट बैंक की राजनीति करनी है और ये उन का इंटरनल मैटर जो अव पब्लिक हो गया है इंडिया के नाम पर अगर वो चुनाव लड़ते हैं तो वो उनकी मर्जी है
लॉरेंस बिश्नोई कौन है
सलमान खान के घर के बाहर चाहे फायरिंग हुई हो, चाहे सलमान खान को मारने की धमकी दी गई हो उनमें तो जहां एक और लॉरेंस बिश्नोई का नाम आया था, वहीं सिद्धू मूसे वाला जो पंजाबी सिंगर थे उनकी हत्या के पीछे भी लॉरेंस बिश्नोई का हाथ आया था
कनाडाई पीएम ने अभी बैसाखी के अवसर पर 28 अप्रैल को जो वहां पर बैसाखी मनाई गई उस अवसर पर खालसा डे के नाम पर एक त्यौहार मनाया गया कनाडा के अंदर भारत के पंजाबी जो वहां रह रहे हैं उनके द्वारा उनके कार्यक्रम में जब कनाडा के पीएम पहुंचे तो उस कार्यक्रम के कुछ पोस्टर्स पर निज्जर की तस्वीरें लगी हुई थी निज्जर वहां पर शहीद की तरह प्रमोट किया जा रहा था कनाडाई पीएम जिस मंच से भाषण दे रहे थे उस मंच के किनारे खालिस्तान के समर्थन में नारे लग रहे थे यानी कि कनाडा इतनी दूर से भारत को तोड़ने के समर्थक लोगों के साथ उनके पीएम स्टेज साझा कर रहे थे भारत ने इस विषय पर अपनी तीव्र प्रतिक्रिया जाहिर की थी कनाडा के पीएम तो अपनी वोट बैंक की राजनीति कर ही रहे थे
तुम्हारे देश में बैठकर कोई भारत के लिए गालियां दे रहा है भारत के पीएम को धमकी दे रहा है, भारत की सुरक्षा को चैलेंज कर रहा है ,भारत की एकता को चैलेंज कर रहा है तो उसे तुम लोग एक एक्टिविस्ट कहते हो तुम लोग एक उसे मतलब ये मानते हो कि ये कनाडा का नागरिक है और यह सिख एक्टिविस्ट है क्या हम यह कहना शुरू कर दें कि कनाडा की सरकार भारत में ऐसा करा रही है बड़ा ही विचित्र स्थिति है उनके देश में बैठा एक आदमी भारत के लिए भारत के टुकड़े भारत के क्षेत्रों को तोड़कर एक अलग देश की मांग भारत की सरकार को खुलेआम धमकी भारतीय लोग जो विदेश में रह रहे हैं उन्हें धमकी देता है उसे तो वहां पर कहा जाता है कि यह सिख एक्टिविस्ट है और जब भारत के अंदर बैठा हुआ एक अपराधी जो ऑलरेडी पुलिस की कार्रवाइयों के चलते कानूनों की पालन के चलते जेल में है, यह भी अभी प्रूव नहीं है लेकिन इन तीन लोगों ने निज्जर की हत्या अगर पुलिस की रिपोर्ट में कर भी दी है तो तुम यह कहते हो कि भारत सरकार ने ऐसा कहा है मतलब क्या अब भारत सरकार को इनके खिलाफ जांच करने का आदेश दे देना चाहिए क्या भारत को नहीं लगता कि अब उसे भी कनाडा को कनाडा की भाषा में ही जवाब देना चाहिए क्या आपको नहीं लगता कि भारत सरकार भी अब इस तथ्य पर जांच बिठाना शुरू करें कि यह लोग जो भारत विरोधी बयान देते हैं यह केवल इनकी सरकार के कहने पर देते हैं क्या भारत की जांच एजेंसी एनआईए जैसी एजेंसी जो वैश्विक रूप से अपनी जांच को आयोजित कर सकती हैं क्या उन्हें अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी तरफ से यह प्रतिक्रियाएं नहीं देनी चाहिए। इस पर अपनी प्रतिक्रिया कमेन्ट बोक्स में जरूर दें-