Brahmos Missile data leaked?पाकिस्तान के हनीट्रैप का शिकार भारत

क्या India के ब्रह्मोस की सूचनाएं लीक हो गई है क्या पाकिस्तान के द्वारा बिछाया गया हनी ट्रैप का जाल सफल हो गया है?

भारत की सेनाएं किसी भी देश के लिए चाहे भारत हो या फिर चाहे चीन हो अमेरिका हो सबके लिए डिफेंस और डिफेंस इक्विपमेंट बहुत मायने रखते हैं भारत के केस में तो यह बहुत ज्यादा मायने रखते हैं क्योंकि भारत को कई तरफ से चैलेन्ज व कई देश मौका पाकर हम पर शासन करने की सोच भी सकता हो ऐसी स्थिति में हर देश चाहता है कि उसके डिफेंस के दम पर वो अपना प्रभुत्व कायम रखे अमेरिका चीन इजराइल इन सबने अपनी-अपनी डिफेंस फोर्सेस के दम पर दुनिया पर राज कायम करने का प्रयास किया है और नहीं तो कम से कम खुद की सुरक्षा तो की ही है ऐसी स्थिति में अगर आपको पता चले कि आपकी जो ताकत है उसी में कोई सेंधमारी करने आ गया है तो यह अपने आप में बहुत बड़ी खबर हो जाती है

ऐसी ही खबर भारत से जुड़ती हुई आ रही है खबर क्या है भारत के कुछ टॉप सीक्रेट्स हमारी जो रिसर्च एजेंसीज हैं जिनमें से डीआरडीओ का नाम सबसे ऊपर आता है डीआरडीओ के ड्रोन बनाने और ब्रह्मोस बनाने की टेक्नोलॉजी को पाकिस्तान ने जांच जानने का प्रयास किया और जानने के लिए हनी ट्रैप का इस्तेमाल किया ।

हनी ट्रैप क्या होता है

हनी ट्रैप का आसान रूप में यह समझने का प्रयास करिए कि व्यक्ति को किसी महिला के माध्यम से उनकी चिकनी चुपड़ी बातों में फंसाकर उन से जानकारी निकलवाने का प्रयास किया इस हनी ट्रैप के मामले को हाल ही में न्यूज़ के रूप में सुरखी मिली जब गुजरात पुलिस के द्वारा एक व्यक्ति को डीआरडीओ की जानकारी लीक करते हुए पकड़ा गया यह व्यक्ति डीआरडीओ की ब्रह्मोस की टेक्नोलॉजी और डीआरडीओ के ड्रोन बनाने की टेक्नोलॉजी को पाकिस्तान की एक आईएसआई एजेंट को दे रहा था यह जानकारी आज डिटेल में जानेंगे क्या-क्या इसके नुकसान हुए कितनी डिटेल जा चुकी है

हाल ही में गुजरात पुलिस के द्वारा एक प्राइवेट फर्म के एंप्लॉई प्रवीण मिश्रा को इस बात के लिए पकड़ा गया क्योंकि वह व्यक्ति पाकिस्तान की एक हैंडलर जो कि खुफिया एजेंसी पाकिस्तान की आईएसआई है उस आईएसआई को कुछ जानकारियां दे रहा था । जिस तरह से भारत के अंदर रॉ है बिल्कुल उसी तरह से पाकिस्तान के अन्दर आईएसआई है। यह व्यक्ति इस महिला वाटसएपवेव के माध्यम से चैट कर रहा था। 

डीआरडीओ की 52 तो खुद की लेबोरेटरी है जिनके माध्यम से यह तमाम प्रकार की रिसर्च करते हैं लेकिन कोई चीज अगर मास स्केल पर चाहिए ,समझिए कि लेबोरेटरी के अंदर यह पता चल गया कि ड्रोन कैसे बनेगा अब ड्रोन बन गया अब उसको मास स्केल पर प्रोड्यूस करना है तो किसी फैक्ट्री को ये काम दे दीजिए वो बना कर के आपको दे देगी ताकि हम उसका इस्तेमाल कर पाएंगे लेबोरेटरीज का काम केवल खोज करना है नई चीजें बनाना है इन्वेंशन करना है डिस्कवरीज करना है यह करने के बाद में मास स्केल पर प्रोडक्शन के लिए फैक्ट्री को काम पकड़ा दिया जाता है ऐसी ही किसी फैक्ट्री के साथ यह प्रवीण मिश्रा नाम का जो व्यक्ति है यह जुड़ा हुआ था । गुजरात की सीआईडी ने जांच पड़ताल में पाया कि यह व्यक्ति कभी हैदराबाद में किसी प्राइवेट कंपनी में जो डीआरडीओ के लिए काम करती थी उसमें काम किया करता था। इस व्यक्ति ने अपनी बातें साझा करते हुए अपनी पहचान के बारे में कि मैं तो ड्रोन वगैरह सब बनाना जानता हूं कुछ उस तरह की बातें इसने महिला के साथ साझा की ।

हाल ही में भारत ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को एक देश को बेचा है। बताइए हमने हाल ही में ब्रह्मोस किस देश को बेची है?

  1. वियतनाम

  2. फिलीपींस

  3. अर्जेंटीना

  4. ऑस्ट्रेलिया

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