Taiwan को America द्वारा F-16 विमानों के पुर्जों की बिक्री, China ने किया विरोध…

Taiwan और China के बीच के तनावपूर्ण संबंधों के बीच, ताइवान की सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए अमेरिका ने F-16 लड़ाकू विमानों के पुर्जों और मरम्मत सामग्रियों की बिक्री की मंजूरी दी है। यह निर्णय Taiwan की रक्षा क्षमताओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है। पेंटागन की रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (DSCA) ने इस बिक्री को मंजूरी दी, जिसकी कुल अनुमानित राशि 80 मिलियन डॉलर है।

America sell F-16 to Taiwan

 इस बिक्री का उद्देश्य Taiwan की वायु सेना की रक्षा क्षमताओं को मजबूती प्रदान करना है। DSCA ने कहा कि यह बिक्री “प्राप्तकर्ता की सुरक्षा में सुधार करने और क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, सैन्य संतुलन और आर्थिक प्रगति बनाए रखने में सहायता करेगी।

Taiwan के रक्षा मंत्रालय ने America को धन्यवाद दिया और कहा कि यह बिक्री ताइवान की वायु सेना की युद्ध और रक्षा आवश्यकताओं को बढ़ावा देगी। ताइवान ने China के ” gray-zone ” उत्पीड़न के खिलाफ अपनी सुरक्षा में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

China ने हमेशा Taiwan को हथियारों की बिक्री का विरोध किया है और इस बार भी उसने America से यह बिक्री रोकने की मांग की है। हालांकि, चीन के रक्षा मंत्रालय ने तुरंत इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

ताइवान के रक्षा मंत्री वेलिंगटन कू ने संसद में कहा कि Taiwan को अपनी आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना होगा ताकि वह America की इंडो-पैसिफिक रणनीति का प्रभावी हिस्सा बन सके। China के हालिया सैन्य अभ्यास और ताइवान की नई स्वतंत्रता-समर्थक राष्ट्रपति लाई चिंग-ते के खिलाफ चीन की रणनीति ने ताइवान की सुरक्षा के प्रति चिंता को और बढ़ा दिया है।

ताइवान के पहले राष्ट्रपति चेन शुई-बियान और राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन के कार्यकाल में रक्षा बजट में वृद्धि की दिशा में कई प्रयास किए गए हैं। राष्ट्रपति त्साई के कार्यकाल में रक्षा बजट में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे Taiwan की सैन्य स्थिति में सुधार हुआ है।

America और Taiwan के बीच सैन्य सहयोग दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है। ताइवान की रक्षा क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका ने कई कदम उठाए हैं, जिससे ताइवान की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने में सहायता मिली है।

             ताइवान की सुरक्षा को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने में अमेरिका की भूमिका महत्वपूर्ण है। ताइवान-अमेरिका सैन्य सहयोग के भविष्य में कई संभावनाएं हैं, जो ताइवान की रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करेंगी।

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